इस पंजाबी कुड़ी का क्या कहना. साउथ की पचास से ज्यादा फिल्मों में काम करने के बाद चार्मी कौर ने अमिताभ बच्चन की फिल्म बुड्ढा होगा तेरा बाप से हिंदी फिल्मों का रुख किया तो उनका कहना साफ था कि अब उनको बॉलीवुड में ही आसन जमाना है.
इसके लिए इस हट्टी कट्टी पंजाबन ने हर तरह से तैयारी कर ली है. उनको आइटम नंबरों से कोई परहेज नहीं. वे इसे कम काम करके अच्छा पैसा कमाने का जरिया मानती हैं. उनको हॉट सीन्स से परहेज नहीं.
''आज के मॉडर्न दौर में इन सीन्स से परहेज करने वालों के लिए फिल्मों की दुनिया में कोई मौका नहीं बचेगा.'' एक्सपोजर को भी वे बुरा नहीं मानतीं.
तर्क होता है कि फिल्मों में आम दर्शक ग्लैमर के लिए आते हैं और यह हर फिल्म का हिस्सा हो चुका है. लब्बोलुआब यह कि एक्टिंग जाए भट्ठी में. बड़े सेटअप की फिल्म का मामला हो, तो इस पंजाबी कुड़ी को अपने जलवे दिखाने में कोई गुरेज नहीं.
इसके लिए इस हट्टी कट्टी पंजाबन ने हर तरह से तैयारी कर ली है. उनको आइटम नंबरों से कोई परहेज नहीं. वे इसे कम काम करके अच्छा पैसा कमाने का जरिया मानती हैं. उनको हॉट सीन्स से परहेज नहीं.
''आज के मॉडर्न दौर में इन सीन्स से परहेज करने वालों के लिए फिल्मों की दुनिया में कोई मौका नहीं बचेगा.'' एक्सपोजर को भी वे बुरा नहीं मानतीं.
तर्क होता है कि फिल्मों में आम दर्शक ग्लैमर के लिए आते हैं और यह हर फिल्म का हिस्सा हो चुका है. लब्बोलुआब यह कि एक्टिंग जाए भट्ठी में. बड़े सेटअप की फिल्म का मामला हो, तो इस पंजाबी कुड़ी को अपने जलवे दिखाने में कोई गुरेज नहीं.
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