Wednesday, 20 July 2011

चिल्लर पार्टी: एक था भिड़ू

निर्देशकः विकास बहल, नीतीश तिवारी
कलाकारः बच्चों की पूरी गैंग
बच्चों की यह फिल्म दर्शकों से थोड़ी छूट मांगती है. कुछ यूं कि इसे यथार्थ के साथ परी कथा की शक्ल में भी देखा जाए. एक कॉलोनी की कारें साफ करने के लिए रखे गए फटका और उसके कुत्ते भिड़ू से प्रदेश के एक मंत्री चिढ़कर शहरबदर करने का हुक्म देते हैं.
कॉलोनी के ही बच्चे पूरा एक आंदोलन खड़ा कर दोनों को बचाते हैं. कुत्ते के भौंक देने भर से एक मंत्री की नाराजगी पर हंसी ही आती है. पर इस ट्रीटमेंट से छोटे बच्चों के लिए वह मंत्री 'एक था राजा' के अंदाज में परी कथाओं के बड़े खल चरित्र की शक्ल ले लेता है. पिद्दी-से जिद्दी बच्चे चड्ढी रैली निकाल डालते हैं.
समस्या पर अपनी गिटपिट और प्रयासों में भी वे ज्‍यादा सहज लगते हैं. हालांकि इस बाल प्रसंग की बाकी कथा से संगति नहीं बन पाती. पूरी 'कोशिश' में संदेश ऊपर और मनोरंजन नीचे चलने लगता है. फिल्म दर्शक को छूती हुई चलती है लेकिन रूह तक नहीं प'हूंचती. हां, दसेक की उम्र के बच्चों के लिए यह अनुभव दे सकती है.

No comments:

Post a Comment